टाइफाइड में बकरी का दूध पीना चाहिए या नहीं?

टाइफाइड बुखार होने पर डॉक्टर हेल्दी डाइट और साफ पानी पीने की सलाह देते हैं। टाइफाइड बुखार साल्मोनेला टाइफी जीवाणु के संपर्क में आने से होता है।

इसका प्रमुख कारण दूषित पानी और असंतुलित खानपान माना जाता है। टाइफाइड में मरीज को तेज बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, दस्त और कब्ज जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

मरीज टाइफाइड से जल्दी ठीक होने के लिए कई तरह के घरेलू नुस्खों को अपनाने लगते हैं। आपने कई लोगों से यह जरूर सुना होगा की टाइफाइड से जल्दी रिकवर होने के लिए बकरी का दूध पीना चाहिए।

लेकिन क्या आप जानते हैं की बल्कि का दूध कुछ लोगों के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। बकरी का कच्चा दूध पीने से आपके शरीर में कई ऐसे बैक्टीरिया जा सकते हैं, जो आगे चलकर आपके लिए बहुत गंभीर हो सकते हैं।

बकरी का दूध वैसे तो कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, लेकिन गलत तरीके से इसका सेवन आपको गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। टाइफाइड के मरीज कई बार जल्दी रिकवर होने के लिए दवाओं की जगह बकरी के दूध को इलाज समझ बैठते हैं।

बकरी के दूध में वैसे तो कार्ब्स, प्रोटीन, शुगर, सोडियम , कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन ए, बी और सी आदि पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसका सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।

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